“Books are everywhere; and always the same sense of adventure fills us. Second-hand books are wild books, homeless books; they have come together in vast flocks of variegated feather, and have a charm which the domesticated volumes of the library lack. Besides, in this random miscellaneous company we may rub against some complete stranger who will, with luck, turn into the best friend we have in the world.” ― Virginia Woolf, Street Haunting
Monday, October 25, 2010
सपनें..!! - 2
आज मेरी आँखों में नींद है पर मन में नहीं,
कुछ ऐसे ख़्यालों को बुन लिया है मैंने जिन्हें
कागज़ पर उतारने का मज़ा आ रहा है;
इसी आनंद की अनुभूति रोक लेती है
बिस्तर पर गिर जाने और आँखे मूँद लेने से,
प्यारी नींद लेने से और सपनें देखने से,
क्योंकि..
जागती आँखों के सपनें, सोई आँखों के सपनों से
अधिक प्यारे, ख़ूबसूरत और यादगार होते है;
बढ़ाते है उम्मीद और ख़ुशी,
और बनते है जीने का सहारा !! :-)
Image coustesy for both poems (सपने..!! - 1, सपनें..!! - 2) - Google Search.
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10 comments:
बहत सुन्दर अभिव्यक्ति निशा जी. बधाई.
Excellent
love the lucidity
Thearte of the Absurd
जागती आँखों के सपनें, सोई आँखों के सपनों से
अधिक प्यारे, ख़ूबसूरत और यादगार होते है;
वाह कितनी प्यारी बात कही है आपने...बधाई...
नीरज
@ S.M.HABIB, A, Bibhash K Jha and Niraj Goswami - Healtly thanks to all of you. Your comments encourage me to show you my lines. Thanks again.
kya baat hai ji...wah..
bahut achchi lagi.
निशा जी
नमस्कार !
आपकी कई रचनाएं पढ़ीं …
अच्छी रचनाओं के लिए बधाई !
जागती आँखों के सपनें, सोई आँखों के सपनों से अधिक प्यारे, ख़ूबसूरत और यादगार होते है;
बढ़ाते है उम्मीद और ख़ुशी, और बनते है जीने का सहारा !!
वाह ! क्या कहने !
ईश्वर से प्रार्थना है कि आपके जागती आंखों के सपने साकार हों ! आमीन !!
आपको और परिवारजनों को दीवाली की हार्दिक मंग़लकामनाएं !
सरस्वती आशीष दें , गणपति दें वरदान !
लक्ष्मी बरसाए कृपा , बढ़े आपका मान !!
- राजेन्द्र स्वर्णकार
Namskaar Rajendra Swarnkar.. aapki hoslaafjaahi aur khubsurat prarthana ke liye bahut bahut shukriya.
देर से आ पाया
"जागती आँखों के सपनें, सोई आँखों के सपनों से
अधिक प्यारे, ख़ूबसूरत और यादगार होते है;
बढ़ाते है उम्मीद और ख़ुशी"
कुछ अलग पढ़ा - सुखद अनुभूति
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